Dard Bhari Shayari- हैल्लो दोस्तों कैसे हो आप सब आशा करता हु, सब अच्छे होंगे ! तो एक और नई और दमदार पोस्ट मै आपका स्वागत है ! वैसे आप ने Title देख ही लिया होगा, की आज की नई पोस्ट किस पर होने वाली है ! जी हा दोस्तों इस पोस्ट मै आपके लिए छोड़कर जाने वाली दर्द भरी शायरी, Dard Bhari Shayari, dard bhari shayari in hindi, dard shayari in hindi लेकर आया हु !
वैसे हम कभी न कभी, प्यार हो या दोस्ती, हम अपनी जिंदगी मै एक बार देखा जरूर खाते है ! और तब हमें दर्द भी बहुत होता है ! इसलिए हम उस दर्द को अपनी छोड़कर जाने वाली दर्द भरी शायरी लेकर आये है, जिनको आप अपने वाट्सएप्प, या अपने स्टेटस मै लगा सकते है !
दर्द भरी बेवफा शायरी इन हिंदी
मेरे सीने मै एक दर्द का समंदर है
आके देखो मेरे अंदर है,
कभी मै भी मुस्कुरया करता था
पर आज उसके प्यार मै ये दिल बन्दर है !
मेरे हालत जो तुम देख रहे हों ग़ालिब ये उसकी महेरबानी है
बरना बंदे हम भी कमाल के थे !
मेरे प्यार को तू न समज सकी जान
मेरे इश्क को तू न पहचान सकी जान,
अरे ये राहुल पागल था तेरे इश्क मै
मेरा पागल पन थे तेरे लिए तू न समज सकी जान !
आसानी से दिल लगाकर छोड़ देते है लोग
पास आकर रुख मोड़ लेते है लोग,
और जिससे करने लगो अगर सच्ची मोहब्बत तुम
कोई न कोई बहाना बनाकर छोड़ देते है लोग !
प्यार अगर किसी से करोगे तो दर्द मिलेगा
ये कलयुग है जनाब बेवफा जरूर मिलेगा,
आजकल जो सिर्फ तुम्हरा है दोस्त
सच मै वो सिर्फ तुम्हरा हो !
हर किसी की किस्मत मै कहाँ लिखी होती है मोहब्बत
किसी किसी की किस्मत हमारी तरह बदनसीब होती है !
मोहब्बत के नाम से डर लगता है
दिए हुए गुलाब से डर लगता है,
माना प्यार एक खूबसूरत अहसास है
पर अब हर उस अहसास से डर लगता है !
चलो मेरे हाँथ की लकीरों मै तुम नहीं
चलो मेरी किस्मत मै सायद तुम नहीं,
प्यार है बस प्यार है तुमसे जान
अगर तुम नहीं तो इस दुनिया मै हम नहीं !
तेरे ख्याल मुझे सोने नहीं देते
रोते है पर रोने नहीं देते,
बे रहम जान तू बेवफा है
ये जानते हुए, हम किसी के होने नहीं देते !
खतरनाक बेवफाई शायरी
गलती हुई हमसे ग़ालिब क्युकी इंसान जो थे हम
एक पत्थर से जो प्यार किया नादान थे हम,
और आज जो हमसे बेपन्हा नफरत करते है
एक दिन उन्हीं की जान थे हम !
उन्होंने हमें बदनाम कर दिया भरी महफ़िल
अच्छे इंसान जो थे हम !
मेरी जिंदगी हमसे खफा हो गयी है
वो लड़की भी बेवफा हो गयी है,
जो हुआ चलो ठीक हुआ ग़ालिब
काम से काम जिंदगी से तो दफा हो गयी है !
मैंने खुद ही अपने पैरों पर कुल्हड़ी मर ली
एक सख्श के खातिर जिंदगी बिगड़ ली,
मैंने कहा था जाना मत छोड़कर
देख इसलिए मैंने अपनी जान ली !
मेरे हर दर्द मै तुम शामिल होना
मेरे हालातों के काबिल होना,
मेरी खुसी मै न सही मेरा दर्द मै शामिल होना !
दर्द से मैंने इश्क कर लिया
सच मै बहुत कर लिया,
उसको खबर नहीं मेरे मरने की
इसलिए मैंने कफ़न को हमदर्द कर लिया !
मेरे दिल को कोई समझाने आया ही नहीं
मै डूबता रहा कोई बचाने आया ही नहीं,
वैसे तो थे हजारो साथ मै
जब बक्त पड़ा तब किसी ने साथ निभाया ही नहीं !
टूट कर शीशा जुड़ जायेगा
मिलने वाला मिल जायेगा,
दर्द दिल मै दवाकर रखना मेरे दोस्त
खुलने वाला खुल ही जायेगा !
टुटा हुआ हु इसलिए सबसे दूर हो गया हु
इश्क ने बर्बाद कर दिया इसलिए चुप हो गया हु,
वो दौर था लैला मजनू का
अब देखे तेरे शहर मै मशहूर हो गया हु !
मेरे मासूम दिल से वो खेल गयी
फिर एक दिन जेल गयी,
वो तो बकील और जज मेरे थे
बरना देखते ही देखते पेल गयी !
अचानक मौत पर शायरी
मेरे हालत पर वो छोड़ गयी
मेरी जिंदगी से रुख मोड़ गयी,
जीना था, जी कर क्या करुगा
कम्बख्त मौत भी अब रूठ गयी !
चलो जान एक काम करते है
अपनी सुबहे साम तेरे नाम करते है,
प्यार है आपसे हद से जयदा
एक काम करता हु जिंदगी तुम्हारे नाम करते है !
तेरे हाँथ मै खंजर तूने यक़ीनन किसी का दिल तोडा होगा
किसी पैसे वाले के खातिर तूने उसको छोड़ा होगा,
ये जो दिल टूटने का दर्द तुम्हे मिला है न सच मै तुमने किसी का दिल तोडा होगा
न दर्द देखा न मौत देखि
जान तूने बस कफ़न मै मेरी लिपटी लाश देखि !
उसके होठों पर कहर था
उसके दिल मै जहर था,
और जब मेरी मौत हुई थी
वो बक्त दोपहर का था !
हर तरफ मौत के बदल है
उसको देखो आँखों मै काजल है,
और उसकी हरकतों से लगता है
जैसे वो पूरी पागल है !
हर हालत से जिया हु, टूट जाऊ वो खिलौना नहीं हु
आशिक हु आपका कोई छोटा बच्चा नहीं हु !
उसकी यादों मै आज भी जी रहा हु
लगाकर बोतल सीने से जी रहा हु,
और कभी जिसकी जान हुआ करते थे हम
उसको नहीं खबर क्या कर रहा हु !
उनके जाने से गम हुआ
प्यार था इसलिए गम हुआ,
पर शुक्र है उनकी तस्बीर है
चलो ये तो कम से कम शुभ हुआ !
मेरे आँखों मै उनके सपने रहते है
वो मेरे दिल मै रहते है
मरना है तो प्यार करके देखो
तब देखना तुम्हरे साथ गम रहते है !
दर्द भरी शायरी
उसके आने से मेरी जिंदगी समल गई
मेरी जिंदगी वो लड़की उतर गई,
पर वो निकली की गैर की जालिम
जिसके बाद मेरी जिंदगी बदल गयी !
मै खुदखुसी करना चाहता हु
दोस्त मै मरना चाहता हु,
वो मेरी दुनिया थी, मुर्सद
उसके सिवा मै मरना चाहता हु !
इश्क हर इंसान को जीना सीखा देता है
जिन्दा रहकर मरना सीखा देता है,
मोहब्बत नहीं की तो करके देख लो मेरे दोस्त
कम्बख्त हर दर्द सहना सीखा देता है !
मुझे उससे मोहब्बत थी उसको हमसे नफरत थी
प्यार हुआ मुझको न मिलने वाला
सायद ये मेरी किस्मत थी !
देखकर तेरी तस्वीर रोया बहुत हु
सायद मेरी किस्मत मै रोना ही था !
दिल का दर्द छुपना सीख जाता है
इश्क मै हर इंसान मुस्कुरना सीख जाता है,
मिल जाये अगर धोखा अगर उसको
फिर वो तड़पकर मरना सीख जाता है !
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